अलीगढ, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेंटी के सचिव एवं राजस्थान के सह प्रभारी विवेक बंसल ने श्जयपुर पल्सश् को बताया कि उत्तर प्रदेश में राजनेताओं की अपराधियों से गठजोड़ का यह नतीजा है कि प्रयागराज में 2 जुलाई को एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गयीI कानपूर में 3 जुलाई को 8 पुलिस कर्मीयों की हत्या कर दी गई। प्रदेश में आपराधिक गतिविधियों का ग्राफ चरम पर है।
उन्होंने बताया कि आज सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में आमजन के मन में खौफ है लोग डरे-सहमें हुए हैं, क्योंकि अपराधियों पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। कनपुर हत्याकांड के अपराधी आज तक बेख़ौफ़ घूम हैं, मुख्य अपराधी की सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के साथ सांठ-गांठ के चलते आज तक उसे पकड़ा नहीं गया है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की राजधानी लखनऊ महिला अपराधों में सबसे आगे है] यंहा 162 महिलाऐं प्रतिदिन आपराधिक हिंसा की शिकार हो रही हैं। प्रदेश में हर दो घंटे में एक महिला का बलात्कार हो जाता है। बाल अपराध के मामले में भी प्रदेश सबसे आगे है। सम्पूर्ण लॉक डाउन में भी लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज एवं बुलंदशहर में सर्वाधिक रिकार्ड आपराधिक घटनाएं घटित हुईं। इसमें कानपुर, एटा एवं प्रयागराज की ताज़ा घटनाएं हमारे समक्ष हैं। प्रदेश में 13 हत्याएं प्रतिदिन हो रही हैं। दलितों पर अत्याचार की घटनाओं में भी बेतहाशा वृद्धि हुई है 33 घटनाएं प्रतिदिन हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि जिस सरकार में स्वयं पुलिस ही सुरक्षित नहीं हैं वंहा आम नागरिक की सुरक्षा की जिम्मेदारी कौन लेगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था बिलकुल चौपट हो चुकी है, अपराधियों को राजनेताओं का खुला संरक्षण प्राप्त है, इस कारण अपराधी बेख़ौफ़ हैं। ऐसे में प्रदेश की सरकार से आमजन की सुरक्षा की क्या उम्मीद की जा सकती है? बंसल ने मांग की है कि प्रदेश की योगी सरकार को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत प्रभाव से स्तीफा दे देना चाहिए।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में चिकित्सा की भी माकूल व्यवस्था नहीं होने के कारण कोरोना पीड़ितों का ग्राफ लगातार बढ़ है। एक तरफ कांग्रेस शाषित राजस्थान सरकार है जिसकी तारीफ़ स्वयं प्रधानमन्त्री भी कर चुके हैं, राजस्थान के भीलवाड़ा मॉडल की चर्चा सिर्फ देश में ही नहीं विदेशों में भी हो चुकी है। यंहा के गांधीवादी मुख्यमंत्री बगैर भेदभाव के आमजन के हितों के लिए लगातार प्रयासरत हैं। राजस्थान में कोरोंना की प्रतिदिन जाँचों की संख्या लगभग पचास हज़ार है, यंहा का रिकवरी प्रतिशत सर्वाधिक है। सम्पूर्ण लॉक डाउन के समय में भी राजस्थान राशन से लेकर मजदूरों को ग्रह राज्यों में भेजने जैसे प्रभावी कदम सबसे पहले उठाये ताकि आमजन को कोई परेशानी ना हो।